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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी सिद्धान्तों, संघर्षों, ईमानदारी के प्रतिमूर्ति थे ।




कानपुर।  मुस्लिम डेमोक्रेटिक फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शाकिर अली उस्मानी के नेतृत्व में एक विचार गोष्ठी सिविल लाइन्स, कैम्प कार्यालय में भारत रत्न से सम्मानित देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटलं बिहारी बाजपेयी के 100वें जन्मदिन पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए शाकिर अली उस्मानी ने कहा कि भारत रत्न से सम्मानित देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी सिद्धान्तों, संघर्षों, ईमानदारी के प्रतिमूर्ति थे । उस्मानी जी ने आगे कहा कि एक वोट से सरकार गिराना पसन्द किया परन्तु सिद्धान्तों व विचारों से समझौता नहीं किया। पड़ोसी देश पाकिस्तान से मैत्रीवस सलाह करके दोनों देशों के बीच में मधुर सम्बन्ध बनाने का जो प्रयास किया था, वह भी स्वागत योग्य कदम था। सत्ता में रहने के बाद भी कभी भी किसी विपक्षी नेताओं से न तो बदले की भावना से कार्यवाही की, न ही ईर्ष्या व द्वेष का समावेश होने दिया। विचार गोष्ठी में उपस्थित लोगों नें संकल्प लिया कि हम सबको पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के राजनैतिक से जीवन संघर्षों, सिद्धान्तों व ईमानदारी का संकल्प शिवा लिना चाहिए ।



भारत रत्न से सम्मानित देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिन पर विचार गोष्ठी व पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में प्रमुख रूप से मुस्लिम डेमोक्रेटिक फन्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शाकिर अली उस्मानी, ओम प्रकाश लोधी, सौला, रियाजुर्रहमान एड०, रंजन राजपूत, एस०के० साहू एडवोकेट, संजय पटेल, एड० वेद उत्तम, अनिल यादव, श्याम सोनकर, अनूप गुप्ता (टोनी दादा) आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित थे ।

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